Uber Cab Loot: देहरादून में बड़ी वारदात की साजिश, हरियाणा के चार बदमाश गिरफ्तार

देहरादून । देहरादून में पुलिस ने एक बड़ी वारदात की साजिश नाकाम करते हुए हरियाणा के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इन बदमाशों ने एक ऊबर कैब लूटकर देहरादून में किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बनाई थी।
कैसे हुई वारदात?
घटना 22 मार्च 2025 की है, जब गाजियाबाद निवासी ऊबर चालक इमरान अहमद अपनी स्विफ्ट डिज़ायर कार (HR67E-1501) से दो सवारियों को पानीपत, हरियाणा से रायपुर, देहरादून लेकर आया। रायपुर पहुंचने पर, सवारियों ने हथियार दिखाकर इमरान से कार छीन ली और फरार हो गए।
इमरान की शिकायत पर रायपुर थाने में लूट का मामला दर्ज किया गया, और पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की।
पुलिस ने ऐसे सुलझाया मामला
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के निर्देश पर पुलिस की कई टीमें गठित की गईं। पुलिस ने करीब 40 सीसीटीवी फुटेज खंगाले और संदिग्धों की पहचान की। 24 मार्च 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी घौड़ा फैक्ट्री बालावाला इलाके में छिपे हैं। इसके बाद पुलिस ने छापा मारकर चारों बदमाशों—दीपक मालिक, रौनक गहलावत, विनय कुमार और धर्मवीर—को गिरफ्तार कर लिया।
बदमाशों के पास से क्या बरामद हुआ?
गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से निम्नलिखित सामान बरामद किया:
- लूटी गई स्विफ्ट डिज़ायर कार
- एक पिस्तौल और पांच जिंदा कारतूस
- एक देसी तमंचा और दो कारतूस
- दो खुखरी (तेजधार हथियार)
क्या थी बदमाशों की साजिश?
पूछताछ में खुलासा हुआ कि बदमाशों की योजना देहरादून में बड़ी लूट की वारदात को अंजाम देने की थी। वे इस पैसे से ब्याज का धंधा शुरू करना चाहते थे। इस काम में उनके जानकार देवेंद्र कुमार शर्मा उर्फ सोनू भारद्वाज और हरीश शर्मा उर्फ मोनू भारद्वाज पहले से शामिल थे। दोनों भाई पहले भी हत्या के मामले में जेल जा चुके हैं।
पुलिस की मुस्तैदी से टली बड़ी वारदात
देहरादून पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते शहर में एक बड़ी आपराधिक घटना टल गई। इस सफलता के लिए पुलिस की काफी सराहना हो रही है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की भी तलाश कर रही है।