देहरादून में अंधाधुंध निर्माण से पर्यावरण को भारी नुकसान 200 पेड़ रातोंरात कटे
देहरादून । देहरादून में रियल एस्टेट परियोजनाओं की बढ़ती संख्या पर्यावरण और जैव विविधता के लिए गंभीर खतरा बनती जा रही है। राजपुर और मसूरी रोड क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य हो रहा है, जिससे स्थानीय निवासी चिंतित हैं। उनका आरोप है कि निजी जमीन पर भारी निर्माण के साथ-साथ सार्वजनिक भूमि पर भी अवैध कब्जा हो रहा है, जिससे पर्यावरणीय संतुलन और सार्वजनिक सुरक्षा खतरे में है।
राजपुर कम्युनिटी इनिशिएटिव की संस्थापक रीनू पॉल ने कहा, “एक नया प्रोजेक्ट राजपुर रोड और कैनाल रोड पर निजी भूखंडों पर चल रहा है, लेकिन इसके बीच में नगर निगम और वन विभाग की जमीन भी है, जहां पेड़ काटे जा रहे हैं। पहाड़ी इलाकों को समतल किया जा रहा है। जल स्रोतों और प्राकृतिक नालों को मिट्टी से भरकर बर्बाद किया जा रहा है।”
उन्होंने आगे बताया कि दस साल पहले भी इसी नाले पर अवैध निर्माण का प्रयास किया गया था, जिसे स्थानीय लोगों ने रोका था। लेकिन अब फिर से वही स्थिति उत्पन्न हो रही है। “राजपुर रिज इलाके में सैकड़ों जल स्रोत दबा दिए गए हैं। मिट्टी भरने से बारिश के दौरान बहाव बढ़ जाता है, जिससे मिट्टी का कटाव और बढ़ता है।”
स्थानीय जैव विविधता खतरे में
रीनू ने कहा कि पेड़ों की कटाई और प्राकृतिक हरियाली खत्म होने से स्थानीय जैव विविधता पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। “रातोंरात करीब 200 पेड़ों को काट दिया गया। इन प्रोजेक्ट्स से यह क्षेत्र अपनी वहनीय क्षमता (Carrying Capacity) से अधिक बोझ सहने को मजबूर है।”
यह समस्या न केवल पर्यावरणीय असंतुलन पैदा कर रही है, बल्कि राजपुर क्षेत्र के निवासियों के लिए जल संकट और भू-स्खलन का भी खतरा बढ़ा रही है। स्थानीय प्रशासन और संबंधित विभागों से इस पर कार्रवाई की मांग की जा रही है।