DEHRADUN
Uttarakhand: इन चार दिनों तक बंद रहेंगे ये बैंक, उत्तराखंड में हड़ताल पर जाएंगे कर्मचारी.. जानिए कारण

देहरादून । उत्तराखंड में आगामी 24 और 25 मार्च 2025 को बैंक कर्मचारी हड़ताल पर जाने वाले हैं, जिससे राज्य भर के बैंक प्रभावित होंगे। यह हड़ताल भारतीय बैंक संघ (IBA) के साथ की गई वार्ताओं में कोई समाधान नहीं निकलने के बाद की जा रही है।
हड़ताल का कारण:
- कर्मचारियों की भर्ती और पदों की पूर्ति: बैंक कर्मचारी संघों की प्रमुख मांग है कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में सभी श्रेणियों के लिए पर्याप्त भर्ती की जाए। इसके अलावा, कार्यकारी और अधिकारी पदों पर भी नियुक्तियाँ की जाएं। कर्मचारी संघों का मानना है कि यदि इन पदों को जल्दी भरा नहीं गया, तो कार्यभार बढ़ने से कार्यस्थल पर दबाव और तनाव बढ़ सकता है।
- पाँच दिवसीय कार्य सप्ताह: बैंक कर्मचारी यह भी चाहते हैं कि उनकी कार्य सप्ताह की अवधि को 6 दिन से घटाकर 5 दिन किया जाए, ताकि उनका कार्य जीवन संतुलित हो सके।
- पदोन्नति और प्रोत्साहन: प्रदर्शन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना और अन्य कार्य प्रदर्शन समीक्षा को वापस लेने की मांग भी की जा रही है, क्योंकि कर्मचारियों का मानना है कि इससे उनकी नौकरी की सुरक्षा पर खतरा पैदा हो सकता है।
- ग्रेच्युटी सीमा में वृद्धि: कर्मचारी संघों की एक और प्रमुख मांग यह है कि ग्रेच्युटी की सीमा ₹25 लाख तक बढ़ाई जाए और इसे सरकारी कर्मचारियों की तरह आयकर से मुक्त किया जाए।
उत्तराखंड में प्रभाव:
- बैंक अवकाश: उत्तराखंड में 22 मार्च (चौथा शनिवार) और 23 मार्च (रविवार) के बैंक अवकाश के बाद, 24 और 25 मार्च को हड़ताल होने से बैंक चार दिनों तक बंद रहेंगे।
- ग्राहकों को सलाह: बैंकिंग सेवाओं पर इस हड़ताल का असर पड़ा है, इसलिए ग्राहकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपनी महत्वपूर्ण बैंकिंग लेन-देन पहले ही निपटा लें ताकि हड़ताल के दौरान कोई समस्या न हो। एटीएम से पैसे निकालने और अन्य ऑनलाइन बैंकिंग सेवाओं का उपयोग करने की सलाह भी दी जा रही है।
राज्यव्यापी हड़ताल:
- विस्तार: इस हड़ताल का प्रभाव न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश में पड़ेगा। कई राज्यों में बैंक सेवाएं प्रभावित होंगी, और ग्राहकों को कई प्रकार की सेवाओं में देरी का सामना करना पड़ सकता है।
इसलिए, जो लोग अपने बैंकिंग कार्य निपटाना चाहते हैं, उन्हें हड़ताल से पहले अपनी लेन-देन योजनाओं को पूरा करने की सलाह दी जा रही है।