Uttarakhand: प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी मई तक होंगे हाईटेक, अगले महीने स्मार्टफोन के साथ मिलेगा प्रशिक्षण

देहरादून । उत्तराखंड सरकार ने राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को हाईटेक बनाने की योजना बनाई है, जो अप्रैल-मई 2025 से लागू होगी। इस पहल के तहत, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन प्रदान किए जाएंगे और उन्हें ‘पोषण ट्रैकर एप’ का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे बाल विकास योजनाओं की निगरानी और क्रियान्वयन में पारदर्शिता और प्रभावशीलता बढ़ेगी।
स्मार्टफोन वितरण और प्रशिक्षण:
- अप्रैल 2025 में, सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्टफोन वितरित किए जाएंगे।
- मई 2025 में, प्रत्येक जिले में ‘पोषण ट्रैकर एप’ के उपयोग का प्रशिक्षण आयोजित किया जाएगा, ताकि कार्यकर्ता तकनीकी रूप से सशक्त हो सकें।
तकनीकी सहायता और सुविधाएं:
- तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए प्रत्येक जिले में सर्विस सेंटर स्थापित किए जाएंगे।
- सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों की कार्यकर्ताओं के लिए टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उन्हें आवश्यक तकनीकी सहायता मिल सके।
पोषण ट्रैकर एप का महत्व:
‘पोषण ट्रैकर एप’ के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों की गतिविधियों की लाइव ट्रैकिंग संभव होगी, जिससे बच्चों और महिलाओं के पोषण की निगरानी, कार्यकर्ताओं की उपस्थिति, और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा। यह एप मिशन पोषण और आईसीडीएस (एकीकृत बाल विकास सेवा) के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायक सिद्ध होगा।
डेटा सुविधा और सुरक्षा:
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिदिन 2 जीबी डेटा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव केंद्र सरकार के समक्ष रखा गया है, जिससे वे डिजिटल उपकरणों का सुचारू रूप से उपयोग कर सकें।
- स्मार्टफोन की सुरक्षा के लिए विशेष पारदर्शी कवर प्रदान किए जाएंगे, ताकि बरसात के मौसम में उपकरण सुरक्षित रहें।
इस डिजिटल पहल से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की कार्यप्रणाली में सुधार होगा, जिससे बच्चों और महिलाओं के पोषण और स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। राज्य सरकार का यह कदम आंगनबाड़ी केंद्रों की गतिविधियों में पारदर्शिता और दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।