देहरादून । उत्तराखंड में हाल ही में एचएमपीवी (ह्यूमन मेटा न्यूमोवायरस) के मामलों में वृद्धि की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी जिलों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
एचएमपीवी वायरस क्या है?
एचएमपीवी एक श्वसन संक्रमण फैलाने वाला वायरस है, जो मुख्य रूप से बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को प्रभावित करता है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम, बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई जैसे हो सकते हैं।
उठाए गए कदम:
- सतर्कता बढ़ाई गई: स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को संक्रमण के मामलों पर निगरानी रखने का आदेश दिया है।
- जागरूकता अभियान: आम जनता को वायरस के लक्षणों और रोकथाम के उपायों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
- संपर्क ट्रेसिंग: वायरस के संदिग्ध मामलों की पहचान के लिए संपर्क ट्रेसिंग बढ़ाई गई है।
- सफाई और स्वच्छता: सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता बनाए रखने पर जोर दिया गया है।
रोकथाम के उपाय:
- नियमित रूप से हाथ धोना।
- भीड़भाड़ वाले स्थानों में मास्क पहनना।
- खांसी और छींक के दौरान मुंह और नाक को ढकना।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क से बचना।
स्वास्थ्य विभाग ने जनता से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सकीय परामर्श लेने की अपील की है।