Nikay Chunav: श्रीनगर की पहली मेयर आरती भंडारी निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरीं सबको दी मात
देहरादून। उत्तराखंड के श्रीनगर नगर निगम में हाल ही में हुए मेयर चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार आरती भंडारी ने जीत दर्ज की, जिससे वह श्रीनगर की पहली मेयर बनीं। उनकी जीत ने भाजपा और कांग्रेस दोनों को चौंका दिया, क्योंकि उन्होंने प्रमुख दलों के उम्मीदवारों को हराया।
चुनाव की पृष्ठभूमि:
श्रीनगर नगर निगम की मेयर सीट पर भाजपा और कांग्रेस दोनों ने अपने-अपने उम्मीदवार उतारे थे। भा
जपा ने आशा उपाध्याय को टिकट दिया था, जबकि कांग्रेस ने मीना रावत को मैदान में उतारा था। हालांकि, भाजपा में टिकट वितरण को लेकर असंतोष था, जिससे पार्टी के भीतर असहमति और बगावत की स्थिति उत्पन्न हुई। इस असंतोष का लाभ उठाते हुए, भाजपा के जिला पदाधिकारी लखपत सिंह भंडारी ने अपनी पत्नी आरती भंडारी को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतारा।
निर्दलीय उम्मीदवार की जीत:
निर्दलीय उम्मीदवार आरती भंडारी की जीत ने भाजपा और कांग्रेस दोनों को चौंका दिया। उनकी जीत से यह स्पष्ट होता है कि स्थानीय मुद्दों और उम्मीदवार की व्यक्तिगत छवि मतदाताओं के लिए महत्वपूर्ण हैं।