Nikay Chunav: उत्तराखंड में ट्रिपल इंजन की जीत 11 में से 10 नगर निगमों में भगवा परचम
देहरादून। उत्तराखंड निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 11 में से 10 नगर निगमों में मेयर पद पर जीत दर्ज की है। इन नतीजों को राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार के लिए बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, जिसे “ट्रिपल इंजन” सरकार का समर्थन मिला है—यानी केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों में भाजपा की पकड़।
चुनाव नतीजे:
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, हल्द्वानी, काशीपुर, रुद्रपुर, टिहरी, श्रीनगर, कोटद्वार और अल्मोड़ा नगर निगमों में जीत दर्ज की है। वहीं, एकमात्र नैनीताल नगर निगम में कांग्रेस ने अपनी पकड़ बनाई और भाजपा को हार का सामना करना पड़ा।
भाजपा की प्रतिक्रिया:
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस जीत को जनता के विश्वास की जीत करार दिया और कहा कि “ट्रिपल इंजन” सरकार के विकास कार्यों का परिणाम जनता के फैसले में साफ दिखता है। उन्होंने निकाय चुनावों में ऐतिहासिक जीत के लिए पार्टी कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को धन्यवाद दिया।
विपक्ष का रुख:
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) ने चुनाव नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया और चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास किया। कांग्रेस नेताओं ने नैनीताल में मिली जीत को जनता की असल भावनाओं का प्रतिबिंब बताया और इसे भाजपा की नीतियों के खिलाफ जनादेश करार दिया।
महत्वपूर्ण पहलू:
- भाजपा का मजबूत संगठनात्मक ढांचा और विकास कार्यों की ब्रांडिंग इस जीत में अहम कारक माने जा रहे हैं।
- स्थानीय मुद्दों, खासकर बुनियादी सुविधाओं और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को लेकर भाजपा ने आक्रामक चुनाव प्रचार किया।
- विपक्ष के लिए यह हार 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले आत्मविश्लेषण करने का अवसर है।
कुल मिलाकर, उत्तराखंड के निकाय चुनावों के नतीजे भाजपा के लिए उत्साहजनक हैं और आगामी राजनीतिक परिदृश्य में पार्टी को मजबूती देने वाले साबित हो सकते हैं।