रोहित नेगी हत्याकांड: मुख्य आरोपियों से मंगलौर बॉर्डर पर पुलिस की मुठभेड़, पैरों में लगी गोली

देहरादून क्राइम न्यूज । भाजपा नेता और स्टोन क्रशर व्यवसायी रोहित नेगी की हत्या के मुख्य आरोपियों के साथ देर रात पुलिस की मुठभेड़ हो गई। घटना उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित मुजफ्फरनगर के मंगलौर बॉर्डर की है, जहां आरोपियों को घेरने पर उन्होंने भागने की कोशिश की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों के पैरों में गोली लगी। गंभीर रूप से घायल दोनों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
क्या है पूरा मामला?
तीन मई को देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत मांडूवाला के पीपल चौक पर रोहित नेगी को गोली मार दी गई थी। पुलिस को सूचना मिलने पर जब टीम मौके पर पहुंची, तब तक नेगी को ग्राफिक एरा अस्पताल ले जाया जा चुका था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
प्राथमिक जांच में सामने आया कि घटना के दिन रोहित अपने दोस्तों के साथ पार्टी कर रहे थे, जिसमें एक युवती भी शामिल थी। इसी दौरान युवती को आरोपी अजहर मलिक का फोन आया, जो उसे अभद्र भाषा में गालियां दे रहा था। जब रोहित ने यह बातचीत सुनी तो उसने हस्तक्षेप किया, जिससे दोनों के बीच बहस हो गई। थोड़ी देर में मामला शांत हो गया और सभी दोस्त घर के लिए निकल गए।
लेकिन जैसे ही रोहित नेगी की कार पीपल चौक पर रुकी, वहां पहले से घात लगाए बैठे अजहर और उसका साथी आयुष कुमार उर्फ सिकंदर ने अचानक उन पर हमला कर दिया। अजहर ने कार के सामने शीशे के पास से गोली चलाई, जो सीधे रोहित के गले में जा लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
छापेमारी और गिरफ्तारी की कार्रवाई
हत्याकांड के बाद पुलिस ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई ठिकानों पर दबिश दी। गठित टीमों ने लगातार निगरानी और छानबीन जारी रखी। अंततः मंगलवार देर रात मंगलौर बॉर्डर पर दोनों आरोपी—
अजहर त्यागी पुत्र अब्दुल रब, निवासी प्रधान पट्टी बरला, थाना पुरकाजी, मुजफ्फरनगर
आयुष उर्फ सिकंदर पुत्र विजय कुमार, निवासी मालैंडी, शामली
…को देखे जाने पर पुलिस ने घेराबंदी की। लेकिन भागने की कोशिश करते वक्त दोनों को गोली लगी और वे घायल हो गए।
फिलहाल स्थिति:
दोनों आरोपियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस द्वारा उनसे पूछताछ जारी है। एसएसपी देहरादून द्वारा मामले को जघन्य करार देते हुए आगे और भी कठोर कार्रवाई के संकेत दिए गए हैं।