उत्तराखण्ड डाक परिमंडल ने जीवन बीमा की 141वीं वर्षगांठ पर डाक कर्मयोगियों को किया सम्मानित
"डाक कर्मयोगियों ने साझा किए अनुभव, वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने की दिशा में नई पहल"
देहरादून / सोहन सिंह बिष्ट । उत्तराखण्ड डाक परिमंडल ने भारतीय डाक जीवन बीमा की 141वीं वर्षगांठ के अवसर पर अपने डाक कर्मयोगियों को सम्मानित किया। यह जीवन बीमा, जिसकी शुरुआत 1 फरवरी 1984 में ब्रिटिश सरकार के दौरान हुई थी, इस महत्व को उत्तराखण्ड की जनता तक पहुंचाने के उद्देश्य से डाक कर्मयोगियों को बीमा से जुड़ने और बचत खातों को खोलने का लक्ष्य सौंपा गया। डाक कर्मयोगियों ने इस लक्ष्य को प्राप्त करते हुए एक ही दिन में लगभग 1 करोड़ रुपये का प्रीमियम जमा किया। इसके लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को उत्तराखण्ड परिमंडल की चीफ पोस्टमास्टर जनरल महोदया और डाक निदेशक द्वारा सम्मानित किया गया। यह कदम न केवल डाक कर्मयोगियों की मेहनत और समर्पण को सराहता है, बल्कि भारतीय डाक जीवन बीमा के प्रति जागरूकता भी बढ़ाता है, जिससे राज्य में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिला है।
कार्यक्रम के दौरान, डाक कर्मयोगियों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे उन्होंने ग्राहकों को बीमा योजनाओं के लाभ और बचत खातों के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने यह भी बताया कि इस पहल से उन्हें अपने कार्य में संतुष्टि और गर्व महसूस हुआ। इस सफलता के बाद, उत्तराखण्ड डाक परिमंडल ने इस मॉडल को अन्य राज्यों के डाक परिमंडलों के साथ साझा करने का निर्णय लिया है, ताकि पूरे देश में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया जा सके। यह पहल दर्शाती है कि डाक कर्मयोगी अपनी मेहनत और समर्पण से समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं और वित्तीय समावेशन में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। इसके अलावा, इस कार्यक्रम में डाक कर्मयोगियों के परिवारों को भी आमंत्रित किया गया था, जिससे उन्हें अपने परिजनों की उपलब्धियों पर गर्व महसूस हुआ। परिवारों ने इस पहल को सराहा और कहा कि इससे उनके बच्चों को समाज सेवा की प्रेरणा मिलेगी।
उत्तराखण्ड डाक परिमंडल ने इस सफलता के बाद डाक कर्मयोगियों के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है, ताकि वे अपनी सेवाओं को और भी प्रभावी बना सकें और ग्राहकों को बेहतर सेवा प्रदान कर सकें। यह भी साबित होता है कि यदि कर्मचारियों को उचित मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिले, तो वे किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं और संगठन की सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए उत्तराखण्ड डाक परिमंडल ने सभी कर्मचारियों, उनके परिवारों और स्थानीय समुदाय का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी इस तरह की पहलों को जारी रखने का संकल्प लिया।
सोहन सिंह बिष्ट, दून खबर के स्थानीय रिपोर्टर हैं, जो मसूरी और देहरादून में कार्यरत हैं। उनके पास पत्रकारिता के क्षेत्र में 2 साल का अनुभव है।