Uttarakhand: खाली कुर्सी को फिर है एसडीएम का इंतजार, 25 सालों में आकर जा चुके हैं 31 अधिकारी
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देहरादून । उत्तराखंड में प्रशासनिक व्यवस्था में एक गंभीर समस्या सामने आई है, जहां सहायक विकास अधिकारी (एसडीएम) का पद पिछले 25 वर्षों से खाली है। इस दौरान, 31 अधिकारी इस कुर्सी पर आकर जा चुके हैं, लेकिन किसी भी अधिकारी को इस पद पर स्थायी रूप से नहीं नियुक्त किया गया।
स्थानीय निवासियों और जन प्रतिनिधियों ने इस स्थिति पर चिंता जताई है, क्योंकि इससे विकास कार्यों और स्थानीय प्रशासन में अस्थिरता उत्पन्न हो रही है। कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण निर्णय लेने और विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन में बाधाएं आ रही हैं।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, इस स्थिति के पीछे कुछ कारण हैं, जैसे कि योग्य अधिकारियों की कमी, अन्य प्रशासनिक जिम्मेदारियों का होना और नियुक्तियों की प्रक्रिया में देरी।
स्थानीय नेताओं ने सरकार से मांग की है कि इस मुद्दे को तुरंत सुलझाया जाए और एसडीएम के पद के लिए योग्य और स्थायी अधिकारी की नियुक्ति की जाए। इसके साथ ही, निवासियों ने कहा कि यह समय की जरूरत है कि प्रशासन स्थानीय मुद्दों को गंभीरता से ले और त्वरित कार्रवाई करे, ताकि विकास कार्यों में गति लाई जा सके।
स्थानीय पंचायतों और समितियों ने भी सरकार के सामने यह मुद्दा उठाने का निर्णय लिया है, ताकि उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान मिल सके और प्रशासनिक कार्यों में सुधार हो सके।