उत्तराखंड की तेजतर्रार आईपीएस रचिता जुयाल ने दिया इस्तीफा, भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के तुरंत बाद चौंकाने वाला फैसला
"रचिता जुयाल की टीम ने हाल ही में एक बड़ा कदम उठाते हुए आइएसबीटी चौकी इंचार्ज को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। लेकिन उसके बाद ही रचिता जुयाल ने अचानक इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया है"

देहरादून। उत्तराखंड की 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी रचिता जुयाल ने अपने पद से अचानक इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया है। वह वर्तमान में एसपी विजिलेंस के पद पर कार्यरत थीं और हाल ही में देहरादून के आईएसबीटी चौकी प्रभारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई को जनता और पुलिस विभाग के भीतर एक सख्त संदेश के रूप में देखा गया था।
हालांकि इस कार्रवाई के कुछ ही समय बाद, रचिता जुयाल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए भारतीय पुलिस सेवा से त्यागपत्र दे दिया। उनके इस्तीफे की सूचना मिलते ही राज्य पुलिस विभाग और राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। कई लोग इसे उनके द्वारा की गई सख्त कार्रवाईयों से जोड़कर देख रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, उनका इस्तीफा 10 सितंबर 2025 से प्रभावी माना जाएगा, लेकिन अभी अंतिम स्वीकृति केंद्र सरकार द्वारा दी जानी बाकी है।
रचिता जुयाल को एक ईमानदार, निडर और तेजतर्रार अधिकारी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने अल्मोड़ा और बागेश्वर जैसे संवेदनशील जिलों में बतौर एसपी कार्य किया और अपने कार्यकाल में कई भ्रष्ट अधिकारियों को उजागर किया।
रचिता जुयाल ने दो साल पहले फिल्म निर्माता यशस्वी जुयाल से विवाह किया था, जो प्रसिद्ध डांसर और अभिनेता राघव जुयाल के भाई हैं। उनका पारिवारिक पृष्ठभूमि भी पुलिस सेवा से जुड़ा रहा है, जिससे प्रेरित होकर उन्होंने यह पेशा चुना।
उनके अचानक लिए गए इस फैसले के पीछे के “निजी कारण” अभी तक स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन उनका यह कदम प्रशासनिक और सामाजिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है। लोग अब इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि वह भविष्य में किस दिशा में आगे बढ़ेंगी।