कौन हैं सौरभ थपलियाल? देहरादून मेयर पद के लिए बीजेपी का युवा चेहरा
सौरभ थपलियाल, भाजपा के सबसे कम उम्र के और बेदाग छवि वाले नेता, जिन्हें देहरादून नगर निगम मेयर पद का उम्मीदवार बनाया गया है। 1998 में छात्र राजनीति से शुरुआत करने वाले सौरभ ने भाजपा में कई अहम पद संभाले हैं, जैसे भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य। उनकी गिनती केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के करीबी नेताओं में होती है। उनका चयन भाजपा के युवा नेतृत्व को प्राथमिकता देने का संकेत है।
देहरादून । भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने देहरादून नगर निगम मेयर पद के लिए सौरभ थपलियाल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। सौरभ भाजपा के अब तक के सबसे कम उम्र के मेयर प्रत्याशी हैं। बेदाग छवि और ऊर्जावान नेतृत्व के साथ, सौरभ ने टिकट की दौड़ में कई वरिष्ठ नेताओं को पीछे छोड़ दिया है।
सौरभ थपलियाल का राजनीतिक सफर
सौरभ थपलियाल ने 1998 में छात्र राजनीति से अपने सफर की शुरुआत की। वे 1999 में डीएवी (दून) कॉलेज के छात्र संघ महासचिव और 2000 में अध्यक्ष बने। इसके बाद उन्होंने गढ़वाल छात्र महासंघ और उत्तराखंड छात्र महासंघ के अध्यक्ष पद का दायित्व निभाया।
भाजपा में उनके सफर की बात करें तो:
- 2003: भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) में जिला महामंत्री।
- 2007: भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष।
- 2010: भाजयुमो की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य।
- 2013: भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष।
युवा नेतृत्व की मिसाल
सौरभ थपलियाल को एक समर्पित और बेदाग नेता के रूप में देखा जाता है। उनकी राजनीतिक यात्रा, छात्र राजनीति से लेकर भाजपा में महत्वपूर्ण पदों तक, उन्हें पार्टी का उभरता हुआ चेहरा बनाती है। उनकी गिनती केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के करीबी नेताओं में होती है।
सौरभ के चयन को भाजपा के युवा नेतृत्व को प्राथमिकता देने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। उनके नेतृत्व से न केवल पार्टी की संभावनाओं को मजबूती मिलेगी, बल्कि देहरादून में एक नई दिशा देने की उम्मीद भी की जा रही है।
वरिष्ठ नेताओं के आशीर्वाद व सहयोग से सौरभ थपलियाल को टिकट मिला।